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Showing posts from November, 2020

राजस्थान की पूर्व शिक्षा मंत्री और भाजपा विधायक किरण माहेश्वरी का कोरोना से निधन

कोरोना ने एक और राजनेता की जान ले ली। राजस्थान की पूर्व शिक्षा मंत्री और राजसमंद से भाजपा विधायक किरण माहेश्वरी (59) का रविवार देर रात निधन हो गया। उनका गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। वे 2004 में उदयपुर से लोकसभा सांसद भी चुनी गई थीं। 2009 में उन्होंने उदयपुर से सचिन पायलट के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार गईं। इस महामारी से जान गंवाने वाली वे राज्य की दूसरी नेता हैं। इससे पहले भीलवाड़ा की सहाड़ा सीट से कांग्रेस विधायक कैलाश त्रिवेदी का निधन हुआ था। देश में कोरोना के एक्टिव मरीज फिर एक बार 4.5 लाख से कम हो गए हैं। रविवार राहत भरा रहा और 6579 एक्टिव केस कम हो गए। यह 17 नवंबर के बाद सबसे बड़ी गिरावट है। तब 6685 एक्टिव केस कम हुए थे। बीते 24 घंटे में देश में 39 हजार 36 नए मरीज मिले, 45 हजार 152 ठीक हुए, जबकि 444 की मौत हो गई। देश में कोरोना से अब तक 94.32 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं, 88.46 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 1.37 लाख मरीजों की मौत हो चुकी है। राजस्थान सरकार ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए नई गाइडलाइन जारी की है। इसके मुताबिक, 31 दिसंबर तक राज्य क

ओवैसी के गढ़ में पहुंचे शाह; सरकार के प्रस्ताव पर किसानों की ना और पाकिस्तानी क्रिकेटर पर रेप के आरोप

नमस्कार! किसानों ने सरकार से कहा है कि अब वे दिल्ली चलेंगे नहीं, बल्कि दिल्ली घेरेंगे। यानी दिल्ली जाने वाले हाईवे ब्लॉक करेंगे। उधर, गृह मंत्री अमित शाह ने हैदराबाद में रोड शो किया। वे यहां नगर निगम चुनाव के लिए प्रचार करने पहुंचे थे। बहरहाल, शुरू करते हैं न्यूज ब्रीफ... आज इन इवेंट्स पर रहेगी नजर प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी पहुंचेंगे। देव दीपावली कार्यक्रम में शामिल होंगे। वाराणसी से प्रयागराज तक बनने वाले सिक्स लेन हाईवे का लोकार्पण करेंगे। पीएम मोदी कोरोना वैक्सीन बनाने वाली तीन टीमों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करेंगे। इनके नाम जेन्नोवा बायोफार्मा, बायोलॉजिकल ई और डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज हैं। चंडीगढ़ में श्री गुरु नानक देव जी के 551 वें प्रकाश पर्व पर गुरुद्वारों में एक लाख से ज्यादा लोगों की संगत लंगर खाएगी। देश-विदेश किसानों ने नहीं मानी सरकार की बात, कर दिए तीन ऐलान दिल्ली-हरियाणा सीमा यानी सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन रविवार को भी जारी रहा। किसानों ने बैठक के बाद कहा कि हम बुराड़ी नहीं जाएंगे। बल्कि, अब दिल्ली जाने वाले सभी रास्ते ब्लॉक किए जाएंगे। इससे

दिल्ली के दरवाजे पर किसान, सरकार ने किए इंतजाम... फिर भी परेशान

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अच्छाई फैलनी चाहिए और बुराई को एक ही जगह समेट देना चाहिए, तभी समाज का भला होता है

कहानी- आज 30 नवंबर को सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानकदेवजी की जयंती है। गुरु नानक हमेशा घूमते रहते थे और अपने आचरण से ही शिष्यों को और समाज को सुखी जीवन के संदेश देते थे। उनके आशीर्वाद सभी को आसानी से समझ नहीं आते थे। जो लोग उन्हें जानते थे, सिर्फ वे ही उनकी बातों को समझ पाते थे। उनके आशीर्वाद बहुत सरल होते थे, लेकिन उनका अर्थ काफी गहरा रहता था। एक बार गुरु नानक अपने शिष्यों के साथ किसी गांव में पहुंचे। उस गांव के लोग बहुत निराले थे। गांव के लोगों को गुरु नानक के बारे में मालूम हुआ तो सभी उनके डेरे पर प्रणाम करने पहुंचे। उस समय गुरु नानक ने लोगों के एक समूह को आशीर्वाद दिया कि 'बस जाओ' यानी यहीं रहने लगो। कुछ देर बाद एक दूसरा समूह आया तो गुरुनानक ने उन्हें कहा कि 'उजड़ जाओ' यानी बिखर जाओ। शिष्यों ने गुरु नानक से पूछा, 'ये कैसा आशीर्वाद है? एक समूह को आप कहते हैं बस जाओ और दूसरे समूह को कहते हैं उजड़ जाओ।' गुरु नानक बोले, 'लोगों का जो पहला समूह आया था, उसके लोग अच्छे नहीं थे। सभी बुरे कामों में लगे रहते हैं। गलत लोग एक ही जगह रुक जाएं, तो अच्छा है। कम से

अमेरिका की नौकरी छोड़ पत्नी के साथ शुरू किया फूड ट्रक, अब सालाना डेढ़ करोड़ का टर्नओवर

सत्या और ज्योति यूएस में रहते थे। सत्या वहां ई-कॉमर्स सेक्टर में नौकरी कर रहे थे। उनकी पत्नी ज्योति भी जॉब में थीं। कुछ साल बाद दोनों भारत वापस आ गए। उनका इरादा अपना फूड बिजनेस शुरू करने का था। दोनों ने शुरूआत किसी होटल या रेस्टोरेंट से करने के बजाय एक फूड ट्रक से की। आज उनके पास तीन फूड ट्रक हैं। सालाना टर्नओवर डेढ़ करोड़ पहुंच चुका है। बीस लोगों को नौकरी भी दे रहे हैं। सत्या ने अपने बिजनेस की कहानी भास्कर से शेयर की। मास्टर्स करने यूएस गए, वहीं सीखा वैल्यू ऑफ मनी सत्या कहते हैं- इंजीनियरिंग के बाद मैं मास्टर्स करने यूएस गया था। पढ़ाई के खर्चे के लिए कुछ लोन लिया था। लोन चुकाने के लिए मैंने पार्ट टाइम जॉब किया। यूएस में अपना सारा काम खुद ही करना होता है। न पैरेंट्स होते हैं, न रिश्तेदार। यही वह चीज होती है, जिससे हम जिदंगी को समझते हैं। वैल्यू ऑफ मनी को समझते हैं। पढ़ाई के साथ पार्ट टाइम जॉब करते हुए मैं ये सब सीख रहा था। फिर ई-कॉमर्स सेक्टर में जॉब करने लगा। वहीं ज्योति से मुलाकात हुई और 2008 में हमारी शादी हो गई। शादी के बाद हम भारत वापस आ गए। ज्योति के पिता बिजनेसमैन हैं। वे लॉजिस्

टूरिज्म इंडस्ट्री को 80% तक नुकसान; जिन होटलों में 40 कमरे, वहां 10 भी बुक नहीं हो रहे

दार्जिलिंग की पहाड़ियों से कंचनजंगा की सफेद बर्फ को देखने के लिए लोग देश के कोने-कोने से आते हैं। यहां की खूबसूरत घाटियां, पहाड़ी झरने, घास के मैदान, पहाड़ी ढलान और दूर तक दिखते चाय के बागान पर्यटकों को अपनी ओर खींचते हैं। लेकिन कोरोना ने दार्जिलिंग की दिलकश वादियों और आंखों में बस जाने वाले नजारों से पर्यटकों को दूर कर दिया है। टी, टिंबर और टूरिज्म के लिए मशहूर दार्जिलिंग में चाय के नए बागान लग नहीं रहे हैं। टिंबर उद्योग दम तोड़ चुका है। टूरिज्म को कोरोना ने करीब-करीब खत्म ही कर दिया है। दार्जिलिंग में हालात बेहद मुश्किल हो गए हैं। जंगलों में सैलानियों को घुमाने वाले लोग घर चलाने के लिए अवैध शिकार की तरफ भी मुड़ सकते हैं। गोरखालैंड टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन के असिस्टेंट डायरेक्टर टूरिज्म सूरज शर्मा कहते हैं, 'पहले के मुकाबले अभी 15-20% पर्यटक ही आ रहे हैं। अभी दशहरे के दौरान चार दिन कुछ टूरिस्ट आए, लेकिन ज्यादातर पश्चिम बंगाल के ही थे। बाहर के पर्यटक अभी नहीं आ रहे हैं।' शर्मा कहते हैं, 'कई महीने तो सबकुछ बंद रहा। अब होटल खुले हैं लेकिन 15-20% से ज्यादा बुकिंग नहीं है। ज

लव जिहाद पर बहसः देश के 9 राज्यों में धर्म परिवर्तन रोकने का कानून; पाक में ऐसा करने पर उम्रकैद तक

'मौजूदा कानूनों में 'लव जिहाद' शब्द को परिभाषित नहीं किया गया है। किसी भी केंद्रीय एजेंसी द्वारा 'लव जिहाद' का कोई मामला सूचित नहीं किया गया है।' ये जवाब है गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी का, जो उन्होंने इस साल 4 फरवरी को केरल में लव जिहाद के मामले को लेकर पूछे गए सवाल पर दिया था। इसका जिक्र इसलिए, क्योंकि कानून में 'लव जिहाद' नाम का कोई शब्द है ही नहीं, फिर भी आजकल इसकी चर्चा हर तरफ हो रही है। मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश तो बाकायदा अध्यादेश लेकर आ गए हैं। हालांकि, वो अध्यादेश शादी के लिए जबरन धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए लाया गया है। लेकिन, इसे लव जिहाद के खिलाफ ही माना जा रहा है। अब जब इस पर इतनी बहस शुरू हो ही गई है, तो ये जानना जरूरी है कि हमारे देश के कितने राज्यों में जबरन धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए कानून है? क्या दूसरे देशों में भी ऐसे कानून हैं? और क्या ऐसा कानून बना पाना वाकई संभव है। सबसे पहले बात आजादी से पहले की आजादी से पहले ब्रिटिश इंडिया के समय जबरन धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए कोई कानून नहीं था। लेकिन, उस समय भी देश की चार रियासत

ऑस्ट्रेलियाई टॉप-5 बल्लेबाजों ने 50+ रन बनाए; भारत ने 7 बॉलर्स लगाए, 4 ने 70 से ज्यादा रन लुटाए

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे वनडे में भी भारतीय टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। टीम के बॉलर्स एक बार फिर विकेट निकालने में कामयाब नहीं हुए। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने जमकर उनकी क्लास ली और टॉप-5 बल्लेबाजों ने 50 से ज्यादा का स्कोर बनाया। इनमें स्टीव स्मिथ ने शानदार 104 रन की पारी खेली। वहीं, कप्तान एरॉन फिंच, डेविड वॉर्नर, मार्नस लाबुशाने और ग्लेन मैक्सवेल ने फिफ्टी लगाई। भारत ने विकेट लेने के लिए कुल 7 बॉलर्स का इस्तेमाल किया। इनमें जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, नवदीप सैनी और यजुवेंद्र चहल ने तो 70 से ज्यादा रन लुटाए। बॉलिंग की हालत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कप्तान विराट कोहली को मयंक अग्रवाल से बॉलिंग करानी पड़ी। वन-डे में वे टीमें, जिनके 5 बल्लेबाजों ने एक ही मैच में 50+ स्कोर बनाया देश किसके खिलाफ वेन्यू साल पाकिस्तान जिम्बाब्वे कराची 2008 ऑस्ट्रेलिया भारत जयपुर 2013* ऑस्ट्रेलिया भारत सिडनी 2020* * शुरुआती 5 बल्लेबाजों ने 50+ रन का स्कोर बनाया। पावर-प्ले में फिर भारतीय गेंदबाज विकेट नहीं ले सके लगातार पांचवें मैच में भारतीय बॉलर्स पावर-प्

आधे घंटे में बन कर तैयार हो जाते हैं चीज बॉल्स, हरी या लाल चटनी के साथ कर सकते हैं सर्व

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जब क्रिकेट के ग्राउंड पर खेला गया था पहला इंटरनेशनल फुटबॉल मैच, एक भी टीम गोल नहीं कर पाई थी

तारीख थी 30 नवंबर 1872। पहली बार इंटरनेशनल फुटबॉल मैच खेला जा रहा था। पहला इंटरनेशनल मैच इंग्लैंड और स्कॉटलैंड की टीम के बीच खेला गया। मैच स्कॉटलैंड क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया था। हालांकि, इससे पहले भी इंग्लैंड और स्कॉटलैंड के बीच 5 बार अनऑफिशियल मैच खेला गया था, जिसमें सभी मैच इंग्लैंड जीता था। पहले मैच में स्कॉटलैंड ने ब्लू और इंग्लैंड ने व्हाइट जर्सी पहनी थी। इस मैच को देखने के लिए स्टेडियम में 4 हजार से ज्यादा दर्शक पहुंचे थे। हालांकि, ये मैच 15 मिनट देरी से शुरू हुआ था, क्योंकि दोनों टीमें प्रिपरेशन कर रही थीं। बताया जाता है कि उस मैच में खुद को वॉर्मअप करने के लिए स्मोकिंग भी कर रहे थे। पहले इंटरनेशनल फुटबॉल मैच की टिकट। फुटबॉल के पहले इंटरनेशनल मैच का कोई नतीजा नहीं निकला था। 90 मिनट के मैच में कोई भी टीम गोल नहीं कर सकी और मैच ड्रॉ हो गया। इस मैच के ड्रॉ होने के बाद मांग उठी कि दोनों टीमों के बीच दोबारा मैच होना चाहिए, ताकि कोई नतीजा तो निकले। लोगों का कहना था कि हम गोल देखने आए थे, लेकिन गोल देख ही नहीं पाए। इसके बाद 8 मार्च 1873 को दोबारा इंग्लैंड और स्कॉटलैंड के बीच

दिल्ली में मास्क न पहनने पर लोगों को 10 घंटे के लिए भेजा जा रहा जेल? जानें वायरल वीडियो का सच

क्या हो रहा है वायरल : सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें पुलिस और प्रशासन का अमला एक शख्स को गिरफ्तार कर जबरदस्ती वाहन में बैठाता दिख रहा है। In delhi, going w/o mask, 10 hours in Jail. To be followed in other states also. ( WA message). pic.twitter.com/CMO1D3WWS9 — VaidyVoice (@Vaidyvoice) November 23, 2020 वीडियो में देखा जा सकता है कि शख्स को मास्क न पहनने पर गिरफ्तार किया जा रहा है। वीडियो के साथ शेयर किए जा रहे मैसेज में दावा है कि दिल्ली में मास्क न पहनने पर लोगों को 10 घंटे जेल में रखा जा रहा है। जल्द ही मुंबई और हैदराबाद में भी यही नियम लागू होने वाला है। और सच क्या है ? वायरल वीडियो के की-फ्रेम को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें News18 के यूट्यूब चैनल पर यही वीडियो मिला। कैप्शन से पता चलता है कि वीडियो दिल्ली नहीं, बल्कि उज्जैन का है। साफ है कि मध्यप्रदेश के वीडियो को दिल्ली का बताकर शेयर किया जा रहा है। वीडियो के साथ वायरल हो रहे मैसेज में ये भी दावा किया गया है कि दिल्ली में मास्क पहनने पर 10 घंटे जेल में रखे जाने का प्रावधान है। पड़ताल के अगले फ

PM पहली बार गंगा में बोट से अपने संसदीय क्षेत्र जाएंगे; वाराणसी के 84 घाटों पर रोशन होंगे 15 लाख दीये

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी आएंगे। बतौर PM उनका यह 23वां दौरा है, जबकि दूसरे कार्यकाल में तीसरी बार आ रहे हैं। आखिरी बार वे 16 फरवरी को काशी आए थे। PM मोदी पहली बार देव दीपावली (कार्तिक पूर्णिमा) पर आ रहे हैं। वहीं, पहली बार वे गंगा मार्ग से काशी विश्वनाथ मंदिर जाएंगे। विश्वनाथ कॉरिडोर के विकास कार्यों को जाएजा लेते हुए वे बाबा विश्वनाथ धाम पहुंचेंगे और वहां पूजा-अर्चना करेंगे। अलकनंदा क्रूज से ही PM मोदी ललिता घाट पहुंचेंगे। अलकनंदा क्रूज से PM काशीपति भगवान शिव के दरबार पहुंचेंगे कार्तिक पूर्णिमा पर प्रधानमंत्री मोदी सोमवार दोपहर वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल उनकी अगुवानी करेंगे। यहां से PM खजुरी जाएंगे। यहां प्रयागराज-वाराणसी 6 लेन हाईवे का लोकार्पण करने के साथ ही उनकी जनसभा होगी। इसके बाद वे हेलीकॉप्टर से डोमरी जाएंगे। फिर यहां से वे सड़क मार्ग से भगवान अवधूत राम घाट जाएंगे और अलकनंदा क्रूज पर सवार होकर ललिता घाट पहुचेंगे। ललिता घाट से उनका काफिला विश्वनाथ मंदिर आएगा। यहां दर्शन-पू

भाजपा में जब-जब साइडलाइन हुए, नई लाइन से साबित किया कि सुशील मोदी का विकल्प नहीं

पिछले 15 दिनों से बिहार की राजनीति में सुशील कुमार मोदी से ज्यादा चर्चा किसी की नहीं है। 15 नवंबर को सुबह जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आने वाले थे, तभी से छोटे मोदी को लेकर बवाल था। 12 साल में ऐसे कई बवाल आए। पिछले 5 साल में यह दूसरा मौका था, जब सुशील मोदी को साइडलाइन किया गया। पिछली बार सुशील मोदी लालू प्रसाद के खिलाफ माहौल बनाकर दोबारा डिप्टी सीएम बने और इस बार जब यह कुर्सी छीनी गई तो फिर अपने पुराने मित्र पर खुलासा करके रिकवर कर गए। 15 नवंबर को NDA की बैठक के पहले भास्कर ने बता दिया था कि सुशील मोदी डिप्टी सीएम नहीं रहेंगे, केंद्र जाएंगे। पहला निर्णय तो तत्काल आ गया, लेकिन दूसरी खबर अटकी थी। केंद्र का उनका टिकट फाइनल नहीं हो रहा था, लेकिन लालू प्रसाद की तरफ से विधायकों को आ रहे ऑफर के जवाब में उन्हें कॉलबैक कर सोशल मीडिया में सबकुछ खोला तो पार्टी एक झटके में समझ गई कि "सुशील मोदी का विकल्प नहीं है'। और फिर, राज्यसभा के बाकी नाम कट गए, सुशील मोदी फाइनल हो गई। 12 साल पहले डिप्टी सीएम रहते दिल्ली में देनी पड़ी थी सफाई 2008 में नीतीश कुमार ने मंत्रिमंडल में फेरबदल किया तो भा

प्रेग्नेंसी का डिप्रेशन बन सकता है पोस्टपार्टम डिप्रेशन की वजह, जानें लक्षण और बचने के तरीके

तनाव या स्ट्रेस से हर व्यक्ति जूझता है। यह समस्या अगर ज्यादा दिन तक रहती है, तो बीमारी में बदल जाती है। कई बार ज्यादा तनाव लेने से लोग डिप्रेशन में चले जाते हैं। डिप्रेशन कई तरह के होते हैं। उन्हीं में से एक है प्रेग्नेंसी के समय होने वाला डिप्रेशन। भोपाल में साइकैट्रिस्ट डॉ. सत्यकांत त्रिवेदी कहते हैं कि यह समस्या ज्यादातर गर्भवती महिलाओं में कॉमन है, लेकिन कई बार जागरूकता के कमी के कारण महिलाओं को पता नहीं होता है कि उन्हें डिप्रेशन है। गर्भवती महिलाओं में डिप्रेशन होने के दोहरे नुकसान हैं। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे को भी नुकसान हो सकता है। समस्या से निपटने के लिए उससे जुड़ी जानकारी होना जरूरी है। प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाला डिप्रेशन क्या है? डिप्रेशन को आसान भाषा में समझें तो यह एक तरह का मूड डिसऑर्डर है। यह व्यक्ति के अंदर हफ्तों या महीनों तक रहता है। उसके शरीर को भी प्रभावित करता है। इससे व्यक्ति के डेली रूटीन पर भी असर पड़ता है। ज्यादातर प्रेग्नेंट महिलाओं को इस दौर से गुजरना पड़ता है। प्रेग्नेंट महिलाओं में डिप्रेशन के कई कारण होते हैं। क्वारैंटाइन में सोशल एंग्जाइटी