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Showing posts from June, 2020

24 घंटे में 18339 मरीज बढ़े, अब तक 5.67 लाख केस; सोलापुर और जलगांव की मृत्यु दर सबसे ज्यादा मौतों वाले मुंबई, ठाणे और कोलकाता से अधिक

देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 5 लाख 67 हजार 536 हो गई है। सोमवार को 18 हजार 339नए मरीज सामने आए और 13 हजार 497 ठीक हो गए। तमिलनाडु में संक्रमणतेजी से बढ़ रहाहै। बीते 24 घंटे में यहां रिकॉर्ड 3949 मरीज बढ़े, यह संख्या 5वें दिन 3500 से ज्यादा रही। सबसे ज्यादा संक्रमितों वाले राज्यों में यह दूसरे नंबर पर आ गया है।ये आंकड़े covid19india.org के मुताबिक हैं।सोमवार को देश में417 लोगों की जान गई। अब संक्रमण महानगरों के अलावा छोटे शहरों में भी बढ़ रहा है।200 से ज्यादा मौतें वाले शहरों में छोटे शहर भी शामिल रहे हैं। यहां मृत्यु दर तेजी से बढ़ रही है। इनमें महाराष्ट्र के सोलापुर और जलगांव शामिल हैं। यहां मृत्यु दर सबसे ज्यादा मौतों वाले शहरों जैसे मुंबई (4371 मौतें), अहमदाबाद (1423 मौतें), ठाणे (714 मौतें) औरकोलकाता (366 मौतें) से ज्यादा है। सोलापुर में मृत्यु दर 9.50% और जलगांव में (7.30%) है। वहीं, मुंबई मेंमृत्यु दर दर सिर्फ 5.78% है, जबकि मौतेंसाढ़े चार के करीब हो गई हैं। तमिलनाडु और महाराष्ट्र में लॉकडाउन 31 जुलाई तक बढ़ाया तमिलनाडु सरकार ने 31 जुलाई तक जनरल लॉकडाउन बढ़ा दिया है। चेन्नई...

आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में जानलेवा गैस लीक, प्राइवेट कंपनी के 2 कर्मचारियों की मौत

आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में मंगलवार सुबह एक फैक्ट्री में गैस लीकेज हुई। घटना में दो कर्मचारियों की मौत हो गई है। 4 लोगों को अस्पताल ले जाया गया है। घटना सेनर लाइफ साइंसेस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की है। यहां बेन्जीमिडेजोल गैस लीक हुई। पुलिस के मुताबिक, जिन लोगों की मौत हुई, वे साइट पर मौजूद थे। गैस कहीं और नहीं फैली। स्थिति पर काबू पा लिया गया है। करीब दो महीने में यहां लीकेज की यह तीसरी घटना है। 8 मई को विशाखापट्टनम के करीब एक फैक्ट्री में लीक से 11 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद इसी महीने 27 तारीख को कुर्नूल में भी एक हादसा हुआ था। इसमें कंपनी के मैनेजर की मौत हो गई थी। 27 जून को कुर्नूल में हुआ था हादसा कुर्नूल जिले के नंद्याल शहर में एसपीवाई एग्रो केमिकल फैक्ट्री में 27 जून को अमोनिया गैस लीक होने से एक मैनेजर की मौत हो गई थी। तीन मजदूरों की तबीयत खराब हुई थी। हादसे के समय फैक्ट्री में कुल 5 लोग थे। यह फैक्ट्री दिवंगत पूर्व सांसद एसपीवाई रेड्डी की थी जो नंदी ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज की सब्सिडियरी कंपनी है। 8 मई का हादसा बेहद भयानक था 8 मई को विशाखापट्टनम के वेंकटपुरम गांव की एक ...

अनंतनाग जिले के वाघमा इलाके में सुरक्षाबलों का आज फिर आतंकियों से सामना, 24 घंटे में दूसरा एनकाउंटर

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के वाघमा इलाके में सुरक्षाबलों का आतंकियों से एनकाउंटर चल रहा है। आतंकियों के छिपे होने के इनपुट पर सिक्योरिटी फोर्सेज ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। इससे पहले सोमवार को आर्मी और पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन में अनंतनाग जिले के खुलचोहर इलाके में 3 आतंकियों को ढेर कर डोडा जिले को आतंकवाद मुक्त घोषित कर दिया था। #Encounter has started at #Waghama area of #Anantnag . JKP and security forces are on the job. Further details shall follow. @JmuKmrPolice — Kashmir Zone Police (@KashmirPolice) June 30, 2020 30 दिन में 18वां एनकाउंटर, पिछले 17 में 49 आतंकी मारे गए तारीख जगह आतंकी मारे गए 1 जून नौशेरा 3 2 जून त्राल (पुलवामा) 2 3 जून कंगन (पुलवामा) 3 5 जून कालाकोट (राजौरी) 1 7 जून रेबन (शोपियां) 5 8 जून पिंजोरा(शोपियां) 4 10 जून सुगू(शोपियां) 5 13 जून निपोरा(कुलगाम) 2 16 जून तुर्कवंगम(शोपियां) 3 18-19 जून अवंतीपोरा और शोपियां 8 21 जून शोपियां 3 23 जून बंदजू (पुलवामा) 2 25 जून सोपोर (बारामूला) 2 25-...

दुनिया के दो बड़े देश दोबारा संकट मेंः चीन में 5 लाख लोगों पर वुहान सी सख्ती; अमेरिका में अनलॉक दो हफ्तों में ही फेल https://ift.tt/2YHrjor

चीन में कोरोनावायरस की दूसरी लहर ने सरकार की नींद उड़ा दी है। कोरोना के लगातार आ रहे संक्रमण के मामलों को देखते हुए प्रशासन ने कई सख्त उपाय किए हैं। बीजिंग से 150 किमी दूर हुबेई प्रांत में वुहान जैसी सख्ती की गई है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह लॉकडाउन एनशिन में लगाया गया है। इससे करीब 5 लाख लोग प्रभावित होंगे। पिछले 24 घंटों में बीजिंग में कोरोना के 14 नए मरीज मिले हैं। जून मध्य से एक फूड मार्केट के कारण मरीज बढ़कर 311 हो गए हैं। एनशिन की घेराबंदी के बाद प्रशासन ने कहा कि यहां घर से निकलने तक पर पाबंदी होगी। घर का सामान लाने के लिए दिन भर में सिर्फ एक शख्स, एक ही बार बाहर जा सकेगा। किसी भी बाहरी को किसी बिल्डिंग, किसी समुदाय और किसी गाँव में जाने की अनुमति नहीं होगी। नए मामलों में से एक तिहाई मामलों को मार्केट से बीफ और मटन सेक्शन से जोड़कर देखा जा रहा है। वहां काम करने वाले लोगों को एक महीने के लिए क्वारैंटाइन किया जा रहा है। एनशिन काउंटी से शिंफदी बाजार में ताजे पानी की मछलियां सप्लाई की जाती हैं। उधर, बीजिंग में स्कूलों को फिर से बंद कर दिया गया है। कई स्थानों पर लॉकडाउन है। ...

दुनियाभर में 148 वैक्सीन पर काम चल रहा, इनमें से 17 क्लीनिकल ट्रायल के फेज में; भारत में भी 14 वैक्सीन पर काम

दुनिया के 216 देश इस समय कोरोनावायरस से जूझ रहे हैं। दुनियाभर में इससे संक्रमित लोगों की संख्या 1 करोड़ के पार पहुंच गई है। मौतों का आंकड़ा भी 5 लाख के ऊपर आ गया है। अब बस एक ही सवाल सबके जहन में आता है कि आखिर कब तक हमें कोरोना से लड़ना पड़ेगा? कब तक इसकी कोई असरदार दवा या वैक्सीन आ पाएगी? तो इसका जवाब अभी किसी के पास भी नहीं है। हालांकि, डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, 28 जून तक दुुनियाभर में कोरोना की 148 वैक्सीन पर काम चल रहा है। इनमें से 131 वैक्सीन प्री-क्लीनिकल प्रोसेस में है, जबकि बाकी 17 वैक्सीन क्लीनिकल ट्रायल के फेज में आ गई हैं। आमतौर पर किसी भी बीमारी की वैक्सीन बनने में 15 साल से भी ज्यादा का वक्त लगता है। लेकिन, दुनियाभर में कोरोना की वैक्सीन को लेकर जिस तेजी से काम चल रहा है, उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस साल के आखिर तक या जून 2021 तक हमारे पास एक अच्छी वैक्सीन होगी। कुछ दिन पहले ही डब्ल्यूएचओ की चीफ टेड्रोस अधेनॉम गेब्रेसियस ने भी एक साल के अंदर कोरोना की वैक्सीन आ जाने की उम्मीद जताई है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की कोविड वैक्सीन तीसरे फेज में ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्स...

घाटी को 36 हजार करोड़ का नुकसान, सेब के बाग, शिकारे और जेवर बेचकर रोजी-रोटी जुटाने की कोशिश

कश्मीर घाटी पिछले 11 महीने से डबल लॉकडाउन झेल रही है। पिछले साल अगस्त में धारा 370 हटाने के ठीक पहले यहां एहतियातन लॉकडाउन लगा दिया गया था। सर्दियों में महीने भर के लिए लॉकडाउन खुला भी तो मार्च में कोरोना के कारण फिर से लॉकडाउन लगाना पड़ा। इन 11 महीनों में कश्मीर घाटी ने पिछले तीन दशक मेंसबसे बड़ा आर्थिक नुकसान झेला है। सुरक्षा के चलते लगने वाले लॉकडाउन में कश्मीरियों ने खुद को हालातके मुताबिक ढाल लिया था। उसका आर्थिक स्थिति पर ज्यादा असर नहीं पड़ा। लेकिन, इस बार मार सीधे जेब पर पड़ी है। पर्यटन, हॉर्टिकल्चर, पश्मिना-हैंडीक्राफ्ट और ड्राय फ्रूट की बदौलत कश्मीर को आमदनी हासिल होती है। टूरिस्ट सीजन भी शुरू हो चुका है। लेकिन, कोरोना के चलते पर्यटकों से कश्मीर आने की उम्मीद नहीं की जा सकती। इस साल पश्मीना बुनाई का काम बंद है, केसर पर भी कोरोना का असर हुआ है।सेब और अखरोट को लॉकडाउन से ज्यादा मौसम से नुकसान हुआ है। डल लेक पर 900 से अधिक हाउस बोट बने हैं। लॉकडाउन के कारण सभी पूरी तरह से खाली पड़े हैं। डबल लॉकडाउन में 36 हजार करोड़ का घाटा द कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने डबल लॉकडा...

धारा 370 हटाए जाने के बाद कोई बाहरी जम्मू कश्मीर आकर नौकरियों पर कब्जा न करे इसलिए लाए हैं डोमेसाइल कानून- लेफ्टिनेंट गवर्नर मुर्मू

जम्मू- कश्मीर के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने डोमेसाइल सर्टिफिकेट को लेकर उठे विवाद को अफवाह करार दिया है। उन्होंने कहा है कि इसका नागरिकता से कोई लेना-देना नहीं है। पूरे देश में सभी के लिए एक ही नागरिकता कानून है। मुर्मू ने बिना किसी का नाम लिए दैनिक भास्कर से विशेष बातचीत में कहा कि जम्मू-कश्मीर के युवाओं को सरंक्षण देने के लिए हमप्रोटेक्शन लॉ लेकर आए हैं। ताकि यहां के स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सके, उनका हक कोई और नहीं छीन सके। उन्होंने कहा कि वेस्टपाकिस्तानी रिफ्यूजी, वाल्मीकिसमाज के लोग और गोरखा यहां आजादी के बाद से रह रहे हैं। लेकिन, इन्हें स्टेट सब्जेक्ट का दर्जा नहीं मिला। जम्मू कश्मीर की बेटियां जो दूसरे राज्यों में शादियां करती थीं उनकाभी स्टेट सब्जेक्ट खत्म हो जाता था। इन सब के प्रोटेक्शन के लिए हमने यह लॉ बनाया है। जिनके पास पहले स्टेट सब्जेक्ट है, उन्हें ऑटोमेटिक डोमेसाइल सर्टिफिकेट मिल जाएगा। लेफ्टिनेंट गवर्नर मुर्मू ने भास्कर से हुई खास बातचीत में अमरनाथ यात्रा, आतंकवाद, पंचायती राज और ई गवर्नेंस पर बात की - मुर्मू ने बताया कि आर्टिकल 370 हटाने के बाद जम्मू-कश्...

1 जुलाई से राज्य के लोग कर सकेंगे बद्रीनाथ और केदारनाथ के दर्शन, कोरोना की वजह से पुजारी और समितियां अभी यात्रा शुरू करने के पक्ष में नहीं

नेशनल अनलॉक की प्रक्रिया में 1 जुलाई से उत्तराखंड के चारधाम बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमनोत्री मंदिरराज्य के आम दर्शनार्थियों के लिए खुल जाएंगे। उत्तराखंड चारधाम देवस्थानमप्रबंधन बोर्ड ने 29 जून को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है, लेकिन कोरोना वायरस की वजह से मंदिर समितियां और पुजारी अभी दर्शन शुरू करने के पक्ष में नहीं हैं। इस संबंध में हमने बद्रीनाथ के रावल ईश्वरप्रसाद नंबूदरी, धर्माधिकारी भुवनचंद्र उनियाल, केदारनाथ के तीर्थ पुरोहित विनोद प्रसाद शुक्ला, गंगोत्री मंदिर समिति अध्यक्ष सुरेश सेमवाल, यमनोत्री मंदिर समिति सचिव कृतेश्वर उनियाल से बात की है। देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि चारधाम दर्शन के लिए आने वाले लोगों को बोर्ड की वेबसाइट https://ift.tt/31RZQAk पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके बाद ही मंदिरों में दर्शन करने की अनुमति मिलेगी। भक्तों को अपने साथ ई-पास और फोटो आईडी अनिवार्य रूप से रखना होगा। इनके आधार पर जिला पुलिस धाम क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति देगी। अन्य राज्य के लोगों को, क्वारैंटाइन किए गए, कंटेंमेंट और बफर झोन से आने वाले लोगों ...

मौत का खतरा डॉक्टरों को कम, सिक्योरिटी गार्ड को ज्यादा, ब्रिटेन में 4700 मरीजों पर हुई रिसर्च का नतीजा

कोरोना से मौत का खतरा डॉक्टरों से दोगुना फैक्ट्री के मजदूरों और सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहे लोगों को है। यह आंकड़ा ब्रिटेन के विशेषज्ञों ने अलग-अलग क्षेत्र में काम कर रहे 4700 कोविड-19 के मरीजों के डेटाका एनालिसिस करने के बाद जारी किया है। रिपोर्ट में 9 मार्च से 25 मई के बीच 20 से 64 साल के कोरोना पीड़ितों को शामिल किया था। रिसर्च में सामने आया कि एक लाख लोगों पर 74 पुरुष सिक्योरिटी गार्ड और 73 फैक्ट्री वर्कर की कोरोना से मौत हुई। 1 लाख लोगों पर 30 स्वास्थ्यकर्मियों की मौत हुई वहीं, स्वास्थ्य कर्मियों में यही आंकड़ा अलग रहा है। इनमें 1 लाख लोगों पर 30 स्वास्थ्यकर्मियों की मौत हुई। विशेषज्ञों के मुताबिक, एम्बुलेंस स्टाफ में संक्रमण का खतरा 82.4 फीसदी रहा, जो सबसे ज्यादा था। हालांकि, हमारा मकसद यह बताना नहीं है कि डॉक्टरी पेशे के मुकाबले ये नौकरियांखतरनाक हैं बल्कि, लोगों को सावधान रखना है। गार्ड और मजदूर सबसे ज्यादा सम्पर्क में आए विशेषज्ञों के मुताबिक, लॉकडाउन के दौरान भी फैक्ट्री वर्करों ने लगातार काम किया। जब कोरोना के मामले तेजी से फैल रहे थे तो वो लोगों के सम्पर्क में भी आए...

बोर्ड पर लिखा- अपराध, मगर बिहार में अल्ट्रासाउंड से बेटी देखकर 8000 रुपए में ही ले रहे हैं हत्या की ‘सुपारी’

लॉकडाउन से ठीक पहले पूरे बिहार में 25 दिनों तक 11 जिलों के 95 अल्ट्रासाउंड लैब की दैनिक भास्कर ने पड़ताल की। सामने आए कोरोना से भी खतरनाक वायरस, जो अजन्मे बच्चियों को आपकी सोच से भी ज्यादा क्रूरता से मारते हैं...इसके लिए सौदा करते हैं। हमारे स्टिंग में 30 सेंटरों ने भ्रूण का लिंग बताने की गारंटी दी। कोरोना महामारी के दौरान हमने कोरोना से जंग को ही प्राथमिकता दी। हमने इन सेंटरों पर लगातार नजर रखी। लॉकडाउन के दौरान ये बंद रहे। अब लॉकडाउन हटा तो हमारी टीम दोबारा इन सभी सेंटरों पर पहुंची। यहां ये धंधा फिर उसी तरह चलने लगा था। टीम को सात लैब ऐसे भी मिले, जो किसी पहचान वाले को लाए बगैर रेट बताने को तैयार नहीं हुए। भास्कर टीम ज्यादा खुलकर डील करने वाले 10 जिलों के 21 लैब के स्टिंग ऑपरेशन में सामने ला रही कि यहां मां के पेट में पल रहे भ्रूण का लिंग बताने को डॉक्टर, नर्स या स्टाफ उसी तरह तैयार हैं, जैसे मांस की दुकानों पर कसाई तैयार बैठे रहते हैं। कई क्लिनिक तो बेटी होने पर गर्भ गिराने का पैकेज तक बनाए बैठे हैं। औरंगाबाद में भास्कर टीम ने कम दिनों की गर्भवती महिला को लैब तक ले जाकर स्टिंग कि...

कोरोना वैक्सीन कोई भी खोजे, पर भारत में बने तभी दुनिया को ज्यादा फायदा, सस्ती और आसानी से मिलेगी: स्वामीनाथन

कोरोना का संक्रमण कब खत्म होगा, वायरस के लिए कौन है जिम्मेदार, दवा या वैक्सीन बाजार में कब आ सकती है, डब्ल्यूएचओ की टीम जांच के लिए अभी तक चीन क्यों नहीं जा पाई? इन सवालों के जवाब दुनियाभर के लोग जानना चाहते हैं। इन्हीं सवालों को लेकर भास्कर के वरिष्ठ संवाददाता पवन कुमार ने डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन से बात की। पढ़िए बातचीत के मुख्य अंश... सवालः डब्ल्यूएचओ यह बताने की स्थिति में है कि दुनिया कोरोना की चपेट में कैसे आई, कहां चूक हुई? जवाबः डब्ल्यूएचओ समेत अधिकांश देशों को पता था कि इस तरह का वायरस किसी भी वक्त दुनिया को चपेट में ले सकता है। इसके लिए डब्ल्यूएचओ और अन्य कई एजेंसियां 15-20 सालों से सचेत कर रही थीं, पर इसे बिल्कुल भी गंभीरता से नहीं लिया गया। किसी भी देश ने तैयारी नहीं की, इसलिए समस्या बढ़ गई। सवालः यदि चीन वायरस के बारे में समय से जानकारी साझा करता तो क्या स्थिति ऐसी भयावह होती? जवाबः चीन ने पिछले साल 31 दिसंबर को इंफ्लुएंजा जैसी बीमारी के बारे में बताया, 4 जनवरी को डब्ल्यूएचओ ने भी इसकी जानकारी दी और 11 जनवरी को कोरोना की पुष्टि भी कर दी थी। ...