Skip to main content

धारा 370 हटाए जाने के बाद कोई बाहरी जम्मू कश्मीर आकर नौकरियों पर कब्जा न करे इसलिए लाए हैं डोमेसाइल कानून- लेफ्टिनेंट गवर्नर मुर्मू

जम्मू- कश्मीर के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने डोमेसाइल सर्टिफिकेट को लेकर उठे विवाद को अफवाह करार दिया है। उन्होंने कहा है कि इसका नागरिकता से कोई लेना-देना नहीं है। पूरे देश में सभी के लिए एक ही नागरिकता कानून है। मुर्मू ने बिना किसी का नाम लिए दैनिक भास्कर से विशेष बातचीत में कहा कि जम्मू-कश्मीर के युवाओं को सरंक्षण देने के लिए हमप्रोटेक्शन लॉ लेकर आए हैं। ताकि यहां के स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सके, उनका हक कोई और नहीं छीन सके।

उन्होंने कहा कि वेस्टपाकिस्तानी रिफ्यूजी, वाल्मीकिसमाज के लोग और गोरखा यहां आजादी के बाद से रह रहे हैं। लेकिन, इन्हें स्टेट सब्जेक्ट का दर्जा नहीं मिला। जम्मू कश्मीर की बेटियां जो दूसरे राज्यों में शादियां करती थीं उनकाभी स्टेट सब्जेक्ट खत्म हो जाता था। इन सब के प्रोटेक्शन के लिए हमने यह लॉ बनाया है। जिनके पास पहले स्टेट सब्जेक्ट है, उन्हें ऑटोमेटिक डोमेसाइल सर्टिफिकेट मिल जाएगा।

लेफ्टिनेंट गवर्नर मुर्मू ने भास्कर से हुई खास बातचीत में अमरनाथ यात्रा, आतंकवाद, पंचायती राज और ई गवर्नेंस पर बात की -

मुर्मू ने बताया कि आर्टिकल 370 हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर में शांति है और लॉ एंड आर्डर की कोई समस्या नहीं है। फोटो- अंकुर सेठी

अमरनाथ यात्रा की तैयारी कर रहे हैं, आगे जो उचित होगा निर्णय लेंगे

अमरनाथ यात्रा को लेकर उपराज्यपाल ने कहा कि हमारी कोशिश है कि यात्रा हो, हम इसकी तैयारी भी कर रहे हैं। आमतौर पर यात्रा की तैयारियां मार्च के महीने से शुरू हो जाती हैं। लेकिन, इस बार कोरोना की वजह से देर हुई।

उन्होंने कहा कि कश्मीर में 90 फीसदी इलाके रेड जोन में हैं, इससे यात्रा का मार्ग प्रभावित हो सकता है। इसके बाद भी हमने बालटाल वाले रूट को क्लियर कर दिया है। हेलीपैड और बेस कैंप बनकर तैयार हैं। आगे जैसा माहौल रहा उसको देखते हुए फैसला लिया जाएगा। अभी हाल ही में श्री जगन्नाथ जी की यात्रा को लेकर जो फैसला लिया गया, हम उसे ध्यान में रखते हुए निर्णय लेंगे।

तस्वीर पिछले साल नवंबर की है। उपराज्यपाल जीसी मुर्मू को जवानों ने गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया। फोटो- अंकुर सेठी

नेताओं को हिरासत में लेने पर बोले, यह लॉ एंड ऑर्डर का मसला है

डॉ फारूक अब्दुल्ला के डोमेसाइल लॉ को संविधान विरोधी बताए जाने को लेकर उपराज्यपाल ने कहा कि यहां सबको अपनी बात रखने का अधिकार है। वे एक राजनेता हैं और यह उनका अपना मत है। महबूबा मुफ़्ती और दूसरे नेताओं पे लगे पीएसए को लेकर उन्होंने कहा कि यह लॉ एंड ऑर्डर का मसला है। समय-समय पर इसका आकलन किया जाता है।

अगस्त 2019 में जमीनी हालात को देखते हुए जिन नेताओं को हिरासत में लिया गया था वो सही था। अब धीरे-धीरे हालात ठीक हो रहे हैं और केस के आधार पर नेताओं को छोड़ा भी जा रहा है। जो बच गए हैं उनको लेकर भी विचार किया जा रहा है।

कश्मीर में कुछ नेताओं ने आरोप लगाया था कि सरकार सुरक्षा बलों के लिए स्कूल खाली करवा रही है और दो महीने की रसोई गैस जमा कर रही है। इसको लेकर उपराज्यपाल ने कहा कि यह सिर्फ परसेप्शन है और कुछ नहीं। जमीनी हकीकत ऐसी नहीं है। उन्होंने कहा कि हर साल बरसात के सीजन में ऐसा किया जाता है ताकि जरूरत के समय कोई परेशानी नहीं हो।

जीसी मुर्मू को उपराज्यपाल बनाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में रेड कार्पेट वेलकम किया गया था।फोटो- अंकुर सेठी

जम्मू-कश्मीर आतंकियों का प्रभाव घट रहा है

जम्मू कश्मीर में फिलहाल हालात बहुत अच्छे हैं और पहले से बहुत बेहतर हैं। आर्टिकल 370 हटाने के बाद यहां शांति है और लॉ एंड आर्डर की कोई समस्या नहीं है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकियों का प्रभाव भी धीरे-धीरे कम हो रहा है। इसमें सुरक्षा बल के जवान बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। यहां के नौजवान समझ गए हैं कि कौन सा रास्ता उनके लिए ठीक है। सीमा पार से युवाओं को भड़काने की कोशिश की जाती है लेकिन इस बार आतंकियों की भर्ती बहुत कम हुई है।

बाहरी राज्यों से इन्वेस्टर्स को दे रहे न्योता

मुर्मू ने कहा कि हम विकास पर फोकस कर रहे हैं, यहां के लोगों को डेवलपमेंट से जोड़ रहे हैं। हमने अधर में लटके हुए कई प्रोजेक्ट्स परकाम शुरू किया है। अभी यहां 50 फीसदी प्रोजेक्ट्स पर काम किया जा रहा है। प्रधानमंत्री की तरफ से घोषित पैकेज के अंतर्गत आनेवाले प्रोजेक्ट्स पर भी काम चल रहा है।

उपराज्यपाल ने बताया कि बैक टू विलेज कार्यक्रम में जिन कामों का चयन किया गया था, अब उन्हें पूरा किया जा रहा है। अभी हाल ही में 10 हजार पदों के लिए भर्तियां निकाली है। आगे हम और रोजगार के अवसर निकालेंगे। उन्होंने कहा कि बाहरी राज्यों से इन्वेस्टर्स को हम बुला रहे हैं ताकि युवाओं के लिए रोजगार के अधिक अवसर उपलब्ध हो सके।

तस्वीर पिछले साल की है।उपराज्यपाल जीसी मुर्मू, 'दरबार मूव' के दौरान सिविल सचिवालय में गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करते हुए।फोटो- अंकुर सेठी

पंचायती राज को मजबूत कर रहे हैं

उपराज्यपाल ने कहा कि हम पंचायती राज व्यवस्था को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं, विकास के कामों में तेजी ला रहे हैं। उन्होंने कहा भारत सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए और शहरी इलाकों में डेवलपमेंट के लिए भारी मात्रा में धन उपलब्ध करा रही है। कोरोना महामारी की वजह से काम में रुकावट आई लेकिन अब हम फिर से इसे रफ्तार देने की कोशिश कर रहे हैं।

हम लोगों को ई गवर्नेंस से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं
मुर्मू ने कहा कि हमारी कोशिश है कि लोगों को ई गवर्नेंस से जोड़ा जाए। हम धीरे-धीरे दूर दराज के इलाकों में भी बेहतर जन सुविधाएं विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। इन इलाकों में बच्चों के लिए सैटेलाइट टेक्नोलॉजी के माध्यम से शिक्षा की सामग्री बांटने का प्रयास कर रहे हैं।

हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग शुरू की है
उपराज्यपाल ने कहा कि हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग शुरू की है। हम इसके लिए पॉलिसी रिफॉर्म, प्रोसेस रिफॉर्म और जरूरी बदलाव कर रहे हैं ताकि करप्शन को काबू कर सकें। फिलहाल कुछ मामले जांच के लिए सीबीआई को सौंपे हैं। जे एंड के बैंक, कोऑपरेटिव बैंक और लैंड स्कैम से जुड़े मामलों की जांच चल रही है। इसके इलावा आर्म्स लाइसेंस और रोशनी स्कीम में भी हुए घोटाले पर हमारी नजर है।

तस्वीर इस साल जनवरी की है।मौलाना आजाद क्रिकेट स्टेडियम (एमए स्टेडियम) काउद्घाटन करते जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल जीसी मुर्मू। फोटो- अंकुर सेठी

युवाओं के लिए बनाए जाएंगे मल्टीप्लेक्स
कश्मीर घाटी में युवाओं के लिए मल्टीप्लेक्स आवश्यक हैं। उनके पास मनोरंजन का कोई साधन नहीं है। हम जिला स्तर पर इनडोर स्टेडियम और स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप कर रहे हैं। ताकि वे बेहतर कर सकें और विकास में भागीदार बन सकें।

हेल्थ सेक्टर को बेहतर करने की कोशिश कर रहे हैं
हेल्थ सेक्टर को लेकर उपराज्यपाल ने कहा कि यहां सात मेडिकल कॉलेज व एक एम्स का निर्माण किया जा रहा है। पीएचसी, सीएचसी को अपग्रेड किया जा रहा है। प्राथमिकता के आधार पर मेडिकल इक्विपमेंट खरीदेजा रहेहैं।108 एम्बुलेंस सुविधा को चालू किया गया है। इसके साथ ही 1 हजार डॉक्टरों की भर्ती निकाली गई है। मुर्मू ने कहा किनिर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन को लेकर चुनाव आयोग काम कर रहा है।



आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
Domicile Law Kashmir | Jammu and Kashmir Lieutenant Governor Girish Chandra Murmu Speaks To Dainik Bhaskar Over Domicile Law


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/31uV79p

Comments

Popular posts from this blog

आज वर्ल्ड हार्ट डे; 1954 में सर्न बना जिसने खोजा गॉड पार्टिकल, भारत भी रहा था इस सबसे बड़ी खोज का हिस्सा

वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन हर साल 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे मनाता है, ताकि लोगों को दिल की बीमारियों के बारे में जागरुक कर सके। 1999 में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के साथ मिलकर इसकी शुरुआत हुई थी। लेकिन, तब तय हुआ था कि सितंबर के आखिरी रविवार को वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाएगा। पहला वर्ल्ड हार्ट डे 24 सितंबर 2000 को मना था। 2011 तक यही सिलसिला चला। मई 2012 में दुनियाभर के नेताओं ने तय किया कि नॉन-कम्युनिकेबल डिसीज की वजह से होने वाली मौतों को 2025 तक घटाकर 25% लाना है। इसमें भी आधी मौतें सिर्फ दिल के रोगों की वजह से होती है। ऐसे में वर्ल्ड हार्ट डे को मान्यता मिली और हर साल यह 29 सितंबर को मनाया जाने लगा। इस कैम्पेन के जरिये वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन सभी देशों और पृष्ठभूमि के लोगों को साथ लाता है और कार्डियोवस्कुलर रोगों से लड़ने के लिए जागरुकता फैलाने का काम करता है। दुनियाभर में दिल के रोग नॉन-कम्युनिकेबल डिसीज में सबसे ज्यादा घातक साबित हुए हैं। हर साल करीब दो करोड़ लोगों की मौत दिल के रोगों की वजह से हो रही है। इसे अब लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारी माना जाता है, जिससे अपनी लाइफस्टाइल को सुधारक...

60 पार्टियों के 1066 कैंडिडेट; 2015 में इनमें से 54 सीटें महागठबंधन की थीं, 4 अलग-अलग समय वोटिंग

बिहार में चुनाव है। तीन फेज में वोटिंग होनी है। आज पहले फेज की 71 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। 1 हजार 66 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें 952 पुरुष और 114 महिलाएं हैं। दूसरे फेज की वोटिंग 3 नवंबर और तीसरे फेज की वोटिंग 7 नवंबर को होगी। नतीजे 10 नवंबर को आएंगे। कोरोना के चलते चुनाव आयोग ने वोटिंग का समय एक घंटे बढ़ाया है। लेकिन, अलग-अलग सीटों पर वोटिंग खत्म होने का समय अलग-अलग है। 4 सीटों पर सुबह 7 से शाम 3 बजे तक वोटिंग होगी। वहीं, 26 सीटों पर शाम 4 बजे तक, 5 सीटों पर 5 बजे तक, बाकी 36 सीटों पर 6 बजे तक वोट डाले जाएंगे। पहले फेज की 6 बड़ी बातें सबसे ज्यादा 27 उम्मीदवार गया टाउन और सबसे कम 5 उम्मीदवार कटोरिया सीट पर। सबसे ज्यादा 42 सीटों पर राजद, 41 पर लोजपा और 40 पर रालोसपा चुनाव लड़ रही है। भाजपा 29 पर और उसकी सहयोगी जदयू 35 पर मैदान में है। 22 सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार हैं। 31 हजार 371 पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। इसमें 31 हजार 371 कंट्रोल यूनिट और VVPAT यूज होंगे। 41 हजार 689 EVM का इस्तेमाल होगा। वोटर के लिहाज से हिसुआ सबसे बड़ी विधानसभा है। यहां 3.76 लाख मतदाता हैं। इनमें 1.96...

दुनिया के 70% बाघ भारत में रहते हैं; बिहार, केरल और मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा बढ़ रही है इनकी आबादी

आज ग्लोबल टाइगर डे है। इस वक्त पूरी दुनिया में करीब 4,200 बाघ बचे हैं। सिर्फ 13 देश हैं जहां बाघ पाए जाते हैं। इनमें से भी 70% बाघ भारत में हैं। मंगलवार को पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने 2018 की 'बाघ जनगणना' की एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की। ये जनगणना हर चार साल में होती है। उन्होंने बताया कि 1973 में हमारे देश में सिर्फ 9 टाइगर रिजर्व थे। अब इनकी संख्या बढ़कर 50 हो गई है। ये सभी टाइगर रिजर्व या तो अच्छे हैं या फिर बेस्ट हैं। बाघों की घटती आबदी पर 2010 में रूस के पीटर्सबर्ग में ग्लोबल टाइगर समिट हुई थी, जिसमें 2022 तक टाइगर पॉपुलेशन को दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया था। इस समिट में सभी 13 टाइगर रेंज नेशन ने हिस्सा लिया था। इसमें भारत के अलावा बांग्लादेश, भूटान, कंबोडिया, चीन, इंडोनेशिया, लाओ पीडीआर, मलेशिया, म्यांमार, नेपाल, रूस, थाईलैंड और वियतनाम शामिल थे। 2010 में तय किए लक्ष्य की ओर भारत तेजी से बढ़ रहा है। आठ साल में ही यहां बाघों की आबादी 74% बढ़ी। जिस तेजी से देश में बाघों की आबादी बढ़ रही है उससे उम्मीद है कि 2022 का लक्ष्य भारत हासिल कर लेगा। भारत में बाघों की आबादी ...